औरंगजेब और टीपू सुल्तान की धार्मिक सहिष्णुता की एक झलक
औरंगजेब आलमगीर और टीपू सुल्तान की धार्मिक सहिष्णुता की एक झलक लेखक: मुहम्मद हाशिम क़ासमी बस्तवी आज पूरा भारत सांप्रदायिकता की आग में जल रहा है, मुसलमानों के खिलाफ नफरत…
औरंगजेब आलमगीर और टीपू सुल्तान की धार्मिक सहिष्णुता की एक झलक लेखक: मुहम्मद हाशिम क़ासमी बस्तवी आज पूरा भारत सांप्रदायिकता की आग में जल रहा है, मुसलमानों के खिलाफ नफरत…
लेखक मुहम्मद हाशिम क़ासमी बस्तवी हेप्पी न्यू इयर कैसे आरम्भ हुआ? कहावत है कि जब दौलत की रेल पेल हो जाती है तो मनुषय के दिमाग़ में शैतान घुस जाता…
लेखक: मुहम्मद हाशिम कासमी बस्तवी कुछ बातें ईसाई धर्म के बारे में संसार में पाए जाने वाले धर्मों में एक धर्म हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम (यीशु मसीह) का भी है, जिस…
इल्म के बारे में कुरान का नज़रिया: पढ़ना लिखना इस्लाम धर्म का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है, कुरान पाक के 78000 शब्दों में से पहला शब्द जो हमारे पैगंबर…
लेखक: मुहम्मद हाशिम क़ासमी बस्तवी सोशल मीडिया का लाभ सोशल मीडिया का नेटवर्क अब पूरे संसार में फैल चुका है, इस से जुड़ने वाले लोगों संख्या दस अरब से ज़यादा…
वजू कोई भी नमाज़ पढ़नी हो उस के लिए सब से पहले वजू ज़रूरी है, बिना वजू के नमाज़ नहीं होती, वजू कैसे करते हैं? वजू में क्या क्या फ़र्ज़…
लेखक: मोहम्मद हाशिम कासमी बस्तवी क़ुर्बानी क्या है? और यह क्यों की जाति है? क़ुरबानी अल्लाह के पैगंबर हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की सुन्नत है, पवित्र कुरान में आया है कि:…
लेखक: मोहम्मद हाशिम कासमी बस्तवी शबे बारात की फजीलत हदीसों से साबित है शबे बारात के बारे में अगर कोई बियक्त यह कहता हो कि: इस रात का कोई महत्व…
कया औरतों मर्दों की नमाज़ बिलकुल अलग है? दोनों नमाज़ में कुछ अन्तर है? औरतों और मदों की नमाज़ में कुछ ख़ास अन्तर नहीं है, जितनी नमाज़ें मर्दों पर फ़र्ज़…
जिहाद जिहाद का शब्द अरबी वर्णमाला के मूल अक्षरों ‘ज-ह-द' से बना है। इन अक्षरों से बने सारे शब्द ‘घोर यत्न, संघर्ष व परिश्रम' का भाव रखते हैं, अर्थात् नेकी,…